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कैसे गुलजार ने ‘जंगल बुक’ के गाने को सेंसरशिप से बचाया, विशाल भारद्वाज ने साझा किया किस्सा – Vishal Bhardwaj Says Gulzar Saved Iconic Jungle Book Song From Censorship


हाल ही में डायरेक्टर, म्यूजिक कंपोजर विशाल भारद्वाज देहरादून साहित्य महोत्सव के सातवें संस्करण में शामिल हुए। शनिवार को इस इवेंट में उन्होंने ‘जंगल बुक’ के पॉपुलर सॉन्ग से जुड़ा एक मजेदार किस्सा साझा किया। इस एनिमेटेड सीरीज के लिए ‘जंगल जंगल बात चली है’ गीत गुलजार ने लिखा था। 

आखिरी समय में लिखा गया गाना


देहरादून साहित्य महोत्सव में विशाल कहते हैं, ‘हमें जल्दी एक गाना बनाना था, उसे अगले दिन रिकॉर्ड करना था और अगले दिन टेलीकास्ट करना था।’ विशाल बताते हैं कि उन्होंने आखिरी समय में गुलजार को गीत लिखने के लिए बुलाया था। विशाल को गर्व है कि गुलजार साहब ने उनके फिल्मी और गैर-फिल्मी दोनों ही प्रोजेक्ट्स के लिए सबसे ज्यादा गाने लिखे हैं। 

‘जंगल जंगल बात चली है…’ सॉन्ग को सेंसरशिप से बचाया 

इसी इवेंट में विशाल भारद्वाज कहते हैं, ‘एनएफडीसी के अधिकारियों को गाने का एक शब्द अजीब लग रहा था। इसमें वह बदलाव चाहते थे। लेकिन गुलजार साहब ने कहा कि यह अजीबोगरीब बात तुम्हारे दिमाग में है। यह एक बच्चे की इमेज है। अगर गाना टेलीकास्ट होता है, तो यह बिल्कुल ऐसा ही रहेगा। वरना, इसे टेलीकास्ट मत करो।’ आखिर में गाना बिना बदलाव ही टेलीकास्ट हुआ। 

बच्चों की फिल्म को लेकर भी बात की 

विशाल भारद्वाज ने अफसोस जताया कि भारत में अभी भी बच्चों के लिए बहुत कम फिल्में बनती हैं। वह कहते हैं, ‘हम कभी भी बच्चों के मनोरंजन के लिए काम नहीं करते हैं। उन्हें या तो हॉलीवुड या विदेशी एनीमेशन पर डिपेंड रहना पड़ता है। हमारे यहां बच्चों के लिए कुछ नहीं है।’ 

विशाल भारद्वाज के करियर फ्रंट की बात करें तो वह बतौर डायरेक्टर शाहिद कपूर के साथ एक फिल्म ‘ओ रोमियो’ कर रहे हैं।



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