फिल्म ‘लक्ष्य’ को फरहान अख्तर ने निर्देशित किया था, इस फिल्म ने सेना की अहमियत और देशभक्ति के मायने लोगों को समझाए थे। अब फरहान अख्तर बतौर एक्टर फिल्म ‘120 बहादुर’ में काम कर रहे हैं। जल्द यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इसी फिल्म से जुड़े एक इंटरव्यू में फरहान अख्तर ने असल देशभक्ति के मायने बताए।
फरहान की नजर में क्या है देशभक्ति
जस्ट टू फिल्मी को दिए गए इंटरव्यू में फरहान अख्तर कहते हैं, ‘देशभक्ति बहुत खूबसूरत अहसास है, लेकिन अंधराष्ट्रवाद बहुत बुरी चीज है। मेरा मानना है कि जब हमारे सैनिक पूरी ईमानदारी से अपना काम करते हैं, तो उनको कुछ कहने की जरूरत नहीं हाेती है। उनके काम, फैसले ही देशभक्ति को, देश के लिए वफादारी को दिखाते हैं। हमारी फिल्म भी ऐसी ही सच्चाई को बयां करती है।’
‘120 बहादुर’ से क्या सीखा?
फरहान अख्तर इंटरव्यू में आगे कहते हैं, ‘जब मैं फिल्म की तैयारियों के लिए मेजर शैतान सिंह के बेटे से मिला तो उन्होंने बताया कि वह हमेशा मुस्कुराते रहते थे। यहां तक कि मुश्किल वक्त में भी उनके चेहरे पर मुस्कान रहती थी। इससे उनकी नेचर और लीडरशिप क्वालिटी के बारे में पता चला।’ फरहान ने आगे कहा, ‘हमारी फिल्म की कहानी बहुत कुछ सिखाती है। ‘120 बहादुर’ बताती है कि कोई भी लड़ाई अकेले नहीं जीती जाती है। सही लीडरशिप और साथ मिलकर दिखाए गए साहस से ऐसा मुमकिन होता है।’
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क्या है फिल्म की कहानी?
फरहान अख्तर की फिल्म ‘120 बहादुर’ की कहानी 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान रेजांग ला की लड़ाई पर आधारित है। इस लड़ाई में 13 कुमाऊं रेजिमेंट के लगभग 120 भारतीय सैनिकों ने मेजर शैतान सिंह भाटी के नेतृत्व में 3,000 से अधिक चीनी सैनिकों का बहादुरी से सामना किया था। अंतिम सांस तक अपनी चौकी की रक्षा की। फिल्म में फरहान मेजर शैतान सिंह भाटी के किरदार में ही नजर आएंगे। यह फिल्म 21 नवंबर को रिलीज होने वाली है।


