इमेज स्रोत, EPA-EFE/REX/Shutterstockइमेज कैप्शन, अरब देशों ने भी हमास से हथियार डालने का अनुरोध किया थाहमास ने फिर से कहा है कि जब तक एक संप्रभु फ़लस्तीनी देश की स्थापना नहीं हो जाती वह हथियार नहीं डालेगा. ग़ज़ा में सीज़फ़ायर के लिए हुई बातचीत में इसराइल की प्रमुख मांगों में से एक के जवाब में हमास ने यह बात कही है.सशस्त्र फ़लस्तीनी समूह ने कहा है कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्य पूर्व दूत स्टीव विटकॉफ़ की उस टिप्पणी पर जवाब दे रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हमास ने अपने हथियार डालने की ‘इच्छा जताई’ है.संघर्ष ख़त्म करने और किसी भी समझौते के लिए इसराइल हमास के हथियार डालने की शर्त को प्रमुख शर्तों में से एक मानता है.सीज़फ़ायर और बंधकों की रिहाई के लिए इसराइल और हमास के बीच अप्रत्यक्ष तौर पर चल रही बातचीत पिछले हफ़्ते रुक गई है.कुछ दिनों पहले अरब देशों ने हमास से हथियार डालने और ग़ज़ा का नियंत्रण छोड़ने का अनुरोध किया था.इससे पहले फ़्रांस, कनाडा समेत कुछ पश्चिमी देशों ने फ़लस्तीन को एक देश के तौर पर मान्यता देने की योजना का ऐलान किया था. ब्रिटेन ने कहा है कि अगर इसराइल सितंबर महीने तक कुछ शर्तें नहीं मानता है तो वह ऐसा करेगा.
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