माननीय प्रधानमंत्री के ‘विकसित भारत-समृद्ध भारत’ के स्वप्न के अनुरूप, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने 4 छात्रावास और एक सभागार के निर्माण के लिए 92.34 करोड़ रुपये रुपये आवंटित करके पूर्वोत्तर हिमालयी विश्वविद्यालय (नॉर्थ-ईस्टर्न हिमालयन यूनिवर्सिटी-एनईएचयू) में बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण प्रगति की हैI
शिक्षण और अनुसंधान सुविधाओं के माध्यम से ज्ञान का प्रसार करने और पूर्वोत्तर क्षेत्र के पर्वतीय क्षेत्रों की सामाजिक और आर्थिक स्थितियों में सुधार पर विशेष ध्यान देने के उद्देश्य से स्थापित यह विश्वविद्यालय बौद्धिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक उन्नति की दिशा में काम कर रहा है। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने इस बुनियादी ढांचे की सुविधा के प्रावधान के माध्यम से कायों का समर्थन करने और विश्वविद्यालय के विकास को बढ़ाने की पहल की है। स्वीकृत सुविधाएं विश्वविद्यालय को पूर्वोत्तर भारत के दूर -दराज के क्षेत्रों से और अधिक छात्रों को समायोजित करने में सक्षम बनाएंगी जिससे कि वे अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें। बुनियादी ढांचे से विश्वविद्यालय के 1200 से अधिक छात्रों को सीधे लाभ होगा, जिनमें से अधिकांशतः अल्पसंख्यक समुदायों से हैं। मंत्रालय का यह कदम विकसित भारत के विजन 2047 के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।