भारी उद्योग मंत्रालय (एमएचआई) “भारतीय पूंजीगत वस्तु क्षेत्र हेतु प्रतिस्पर्धात्मकता में बढ़ोतरी” योजना के तहत भारतीय विनिर्माण उद्योगों के बीच उद्योग 4.0 के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से सेमिनार, प्रशिक्षण कार्यक्रम और कार्यशालाओं के आयोजन के लिए परियोजना कार्यान्वयन संगठनों (पीआईओ) तथा उद्योग संघों को वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है।
इस योजना के तहत, उद्योग 4.0 पर वर्ष 2021-22 और 2022-2023 में विभिन्न परियोजना कार्यान्वयन संगठनों एवं औद्योगिक संघों द्वारा 195 सेमिनार/प्रशिक्षण कार्यक्रम/कार्यशालाओं को आयोजित किया गया है, जिनमें 9000 से अधिक पेशेवर कर्मियों ने भाग लिया है।
इसके अलावा, भारी उद्योग मंत्रालय ने पुणे की सी4आई4 लैब के तकनीकी सहयोग से 7 अक्टूबर, 2022 को गुजरात के केवडिया में “उद्योग 4.0 पर राष्ट्रीय सम्मेलन” का आयोजन किया। इससे पहले, आईआईएससी और सीएमटीआई बेंगलुरु के तकनीकी सहयोग से 03-04 जुलाई 2023 को बेंगलुरु में “रोबोटिक्स के राष्ट्रीय सम्मेलन” पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
उद्योगों को अपने संचालन में उद्योग 4.0 को अपनाने में सहायता प्रदान करने के लिए एसएमई सहित सभी उद्योग पेशेवरों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
“भारतीय पूंजीगत वस्तु क्षेत्र हेतु प्रतिस्पर्धात्मकता में बढ़ोतरी” के घटक “सामान्य इंजीनियरिंग सुविधा केंद्र” के तहत, समर्थ केंद्र और अन्य परियोजना कार्यान्वयन संगठन विनिर्माण क्षेत्र में उद्योग 4.0 से संबंधित हस्तक्षेपों को शामिल करने के उद्देश्य से एसएमई, एमएसएमई तथा शिक्षाविदों के लिए प्रशिक्षण आयोजित कर रहे हैं।
भारी उद्योग राज्य मंत्री श्री कृष्ण पाल गुर्जर ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।