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नई दिल्ली, 12 मई 2025:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्र के नाम अपने विशेष संबोधन में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ चलाए गए “ऑपरेशन सिंदूर” का विवरण साझा करते हुए स्पष्ट कर दिया कि भारत अब हर आतंकी हमले का जवाब निर्णायक और घातक तरीके से देगा। यह संबोधन उस विभत्स आतंकी हमले के बाद आया है जिसमें 22 अप्रैल को पहलगाम में निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया गया था।
“ऑपरेशन सिंदूर”: भारत की निर्णायक सैन्य कार्रवाई
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य मिशन नहीं, बल्कि भारत की करोड़ों बेटियों और बहनों की मांग का जवाब है। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के भीतर घुसकर आतंक के ठिकानों पर सीधा और सटीक प्रहार किया।
करीब 100 से अधिक आतंकवादियों को खत्म किया गया, जिनमें कई ऐसे आतंकी शामिल थे जो दो-तीन दशकों से पाकिस्तान की सरज़मीन पर खुलेआम भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। यह हमला ना केवल आतंकवाद के नेटवर्क को तहस-नहस करने वाला साबित हुआ, बल्कि पाकिस्तान की पोल भी पूरी दुनिया के सामने खोल कर रख दी।
पाकिस्तान की नाकामी और अंतरराष्ट्रीय मंच पर शर्मिंदगी
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद पाकिस्तान ने, बजाय आतंक पर लगाम लगाने के, भारत के खिलाफ जवाबी हमला करने की नाकाम कोशिश की।
लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान की मिसाइलों और ड्रोन्स को हवा में ही मार गिराया।
पाकिस्तानी सेना द्वारा किया गया यह दुस्साहस न केवल विफल रहा, बल्कि उसकी सैन्य क्षमताओं की कमज़ोरी पूरी दुनिया के सामने उजागर हो गई।
प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष तौर पर बताया कि भारत ने आतंक को पालने-पोसने वाली पाकिस्तानी व्यवस्था को अब एक आतंकी संगठन से अलग नहीं माना जाएगा।
उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की कि पाकिस्तान के जिन आतंकियों के अंतिम संस्कार में पाक सेना के अधिकारी शरीक हुए, वह राज्य प्रायोजित आतंकवाद का जीता-जागता प्रमाण है।
भारतीय हथियार प्रणाली की वैश्विक साख
इस सैन्य अभियान में भारत द्वारा विकसित किए गए मेड इन इंडिया हथियारों का इस्तेमाल कर आतंकियों को निशाना बनाया गया।
यह ऑपरेशन भारत के रक्षा तंत्र की तकनीकी आत्मनिर्भरता और युद्धक्षमता का प्रमाण बनकर उभरा है।
विशेषज्ञों की मानें तो यह भारत की न्यू एज वॉरफेयर रणनीति का उत्कृष्ट उदाहरण है, जो सिर्फ पारंपरिक लड़ाई तक सीमित नहीं बल्कि साइबर, ड्रोन और रिमोट तकनीक तक फैली हुई है।
“न्यूक्लियर ब्लैकमेल” अब नहीं चलेगा: भारत की कड़ी चेतावनी
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में दो टूक कहा कि भारत अब न्यूक्लियर ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा।
आतंकी ठिकानों को परमाणु हथियारों की आड़ में छिपाने की कोशिश अब काम नहीं आएगी।
भारत किसी भी कीमत पर अपनी जनता की सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा और आवश्यकता पड़ने पर आगे भी इसी तरह की जवाबी कार्रवाई करेगा।
शांति की इच्छा, लेकिन ताकत के साथ
प्रधानमंत्री ने बुद्ध पूर्णिमा के दिन संबोधन देते हुए यह भी स्पष्ट किया कि भारत शांति का पक्षधर है, लेकिन शांति के मार्ग पर चलने के लिए शक्ति भी उतनी ही आवश्यक है।
उन्होंने विश्व समुदाय को संदेश दिया कि भारत की पाकिस्तान से बातचीत सिर्फ और सिर्फ आतंकवाद और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) जैसे विषयों पर ही होगी।
निष्कर्ष: पाकिस्तान को चेतावनी, दुनिया को संदेश
‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश दे दिया है कि भारत अब केवल निंदा नहीं करेगा, बल्कि ज़रूरत पड़ी तो सीधा जवाब देगा – और वह भी दुश्मन की धरती पर।
भारत की नीति अब स्पष्ट है:
“टेरेर और टॉक साथ नहीं चल सकते, और जो भारत की तरफ आंख उठाएगा, उसका नामोनिशान मिटा दिया जाएगा।”
भारत की सैन्य सफलता और प्रधानमंत्री की स्पष्टवाणी ने न केवल देशवासियों को गर्व का अनुभव कराया, बल्कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक बार फिर शर्मसार कर दिया है।