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उत्तर प्रदेश: दलित को पेड़ से लटका कर पीटे जाने का क्या है पूरा मामला, अब तक क्या कार्रवाई हुई?



इमेज स्रोत, Gaurav Gulmoharइमेज कैप्शन, नरेश पासी के मुताबिक उनको चोरी के आरोप में पीटा गया….मेंउत्तर प्रदेश के फतेहपुर में एक दलित को पेड़ से उल्टा लटका कर लाठी-डंडों से पीटने का आरोप कुछ लोगों पर लगा, एक स्थानीय शख्स ने इसकी जानकारी पुलिस को दी.यह घटना 10 जुलाई की रात की है, जिसमें नरेश पासी नाम के एक दलित को चोरी करने के आरोप में पीटा गया.उसी समय घटनास्थल पर पहुंचे विजय सिंह लोधी ने जब लोगों को रोकने की कोशिश की तो, आरोपों के मुताबिक़ उन पर भी हमला कर उन्हें घायल कर दिया. उन्होंने ही इस मामले में स्थानीय थाने में एफ़आईआर दर्ज कराई है, जिसकी कॉपी बीबीसी के पास भी है.पुलिस ने अब तक इस मामले में पेड़ से बांधकर मारपीट करने के आरोप में छह अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया है.इमेज स्रोत, Fatehpur Policeइस पूरी घटना के बारे में जानने के लिए हम नरेश पासी के घर पहुंचे तो चारपाई पर लेटे नरेश पासी दर्द से कराह रहे थे.आरोपों के मुताबिक़ 10 जुलाई की रात फतेहपुर के पिपरहा पुरवा गांव में 42 साल के नरेश पासी को लोधी जाति के कुछ लोगों ने कथित चोरी के शक़ में पेड़ से उल्टा लटका कर लाठी-डंडों से पीटा था.घटना के बारे पुलिस को कैसे दी गई जानकारीइमेज स्रोत, Gaurav Gulmoharइमेज कैप्शन, नरेश पासी का घर जिस इलाक़े में है वहां दलित आबादी नहीं के बराबर हैमामले की सूचना पुलिस को देने वाले विजय सिंह लोधी पेशे से वकील हैं.विजय लोधी ने बीबीसी को बताया, “मैं घर पर सो रहा था. प्रधान नरेंद्र सिंह लोधी का फ़ोन कॉल आया. वो बोले कि कुछ लोग नरेश पासी को पेड़ से बांधकर मार रहे हैं, वह मर जाएगा.””हमने वहां जाकर देखा कि नरेश पासी को पेड़ से उल्टा लटकाकर पीटा जा रहा था. नरेश को काफी चोट लगी थी. मैंने घटनास्थल से वीडियो बना कर सोशल मीडिया एक्स पर फतेहपुर पुलिस और डायल 112 को टैग करके पोस्ट किया.”उनका कहना है कि मामले को लेकर ज़्यादा आक्रोश न फैले, इसलिए पुलिस ने उनसे ये वीडियो सोशल मीडिया से हटवा दिया.पुलिस ने क्या बताया?इमेज स्रोत, Gaurav Gulmoharइमेज कैप्शन, पुलिस के मुताबिक़ इस मामले का मुख्य अभियुक्त अब भी फ़रार हैइस मामले में पुलिस ने सात नामजद और पांच अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ एससी/एसटी एक्ट और भारतीय न्याय संहिता की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है.खागा कोतवाली प्रभारी राजेश सिंह ने बीबीसी को बताया, “अभियुक्तों के परिजन भले ही पीड़ित को चोर बता रहे हों, लेकिन पुलिस रिकॉर्ड में ऐसा कुछ नहीं है. इस मामले में अभी तक छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. मामले के मुख्य अभियुक्त राजेश लोधी अभी तक फरार हैं.”स्थानीय खागा सीट से बीजेपी विधायक कृष्णा पासवान बीबीसी से कहती हैं, “हमें घटना की जानकारी है. एफ़आईआर हुई है, जो लोग शामिल थे जेल गए हैं, इस मामले में कार्रवाई हुई है.”क्या है पूरा मामला?इमेज स्रोत, Gaurav Gulmoharइमेज कैप्शन, आरोपों के मुताबिक़ इसी पेड़ में बांधकर नरेश को बुरी तरह पीटा गया10 जुलाई को क़रीब दस बजे रात नरेश पासी धान लगाने के लिए गांव से बाहर अपने खेत में पानी भर कर लौट रहे थे तभी चार-पांच लोगों ने नरेश को पीछे से पकड़ लिया.नरेश पासी बताते हैं, “वो लोग चोर-चोर चिल्ला रहे थे. मुझे पेड़ से बांध कर पीटा जा रहा था. मुझे ज़्यादा याद नहीं है क्योंकि मैं बेहोश हो गया था. मैंने उन लोगों के हाथ-पैर जोड़े लेकिन उन्होंने मुझे नहीं छोड़ा. “”उन लोगों को लगा कि मैं मर गया, तब उन्होंने हमें छोड़ दिया.”नरेश पासी आरोप लगाते हैं, “जबसे हम बउहाई का पुरवा गांव से यहां पिपरहा पुरवा गांव से बाहर खेत में आए हैं तभी से लोधी लोग हमें पसंद नहीं करते. लड़के घर के सामने गाड़ी से आते हैं और गाली देकर चले जाते हैं.”नरेश की पत्नी अनीता क्या कहती हैं?इमेज स्रोत, Gaurav Gulmoharइमेज कैप्शन, अनीता देवी ने बताया कि उनके पति को इतना पीटा गया था कि वो उन्हें पहचान भी नहीं पाईंनरेश पासी छोटी जोत के किसान हैं. बटई पर खेती और मज़दूरी कर अपना घर चलाते हैं.उनकी पत्नी अनीता देवी बताती हैं, “जब पुलिस उस दिन मेरे पति को घर लेकर आई तो मैं उन्हें पहचान नहीं पाई. वो बेहोशी की हालत में थे. मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं? फतेहपुर जिला अस्पताल से सात दिन के बाद घर वापस आए हैं.”वो आरोप लगाती हैं, “गांव में लोधी लोग ज़्यादा हैं. तीन साल पहले भी हमारे पति को मारा था और मुझे भी गाली दी थी, क्योंकि हमारा सुअर उनके खेत में चला गया था. उसके बाद हमने सुअर पालना बंद कर दिया. ये लोग चाहते हैं उनके घर के क़रीब पासी न रहें.”इमेज स्रोत, Gaurav Gulmoharइमेज कैप्शन, निर्मला लोधी का कहना है कि इस हिंसा में उनके पति को फंसाया गया हैफतेहपुर लोकसभा सीट से एसपी सांसद नरेश उत्तम पटेल ने बीबीसी से कहा, “पूरे प्रदेश में दलितों के ख़िलाफ़ जो घटनाएं हो रही हैं वह सरकार की ढिलाई की वजह से हो रही हैं. सरकार की ओर से अपराधियों को दंडित नहीं किया जा रहा है. सरकार पक्षपातपूर्ण व्यवहार कर रही है.”नरेश पासी का कहना है कि उनके नाम पर गांव के तालाब में मत्स्य पालन का पट्टा है, लेकिन आए दिन तालाब के पानी को लेकर विवाद होता रहता है.नरेश पासी आरोप लगाते हैं, “वो लोग तालाब से पानी निकाल कर सिंचाई कर लेते हैं, मछली निकाल ले जाते हैं. मैं मना करता हूँ तो गाली देते हैं. अगर तालाब से पानी निकाल लेंगे तो मछलियां कैसे जिंदा रहेंगी?”वहीं समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह यादव आरोप लगाते हैं, “पट्टा मिलने के कारण लोगों को उससे जलन हो रही थी. जो अभियुक्त फरार है उस पर 25 हज़ार का इनाम घोषित हो चुका है.”अभियुक्तों के परिवारों ने क्या कहा?इमेज स्रोत, Gaurav Gulmoharइमेज कैप्शन, घटनास्थल के क़रीब रहने वाली रामकली के परिवार से भी एक शख्स को गिरफ़्तार किया गया हैइस मामले में गिरफ़्तार अर्जुन लोधी की पत्नी निर्मला लोधी आरोप लगाती हैं, “नरेश पासी चोरी कर रहा था, तभी लोगों ने पकड़ लिया. गांव के लोगों ने उसे मारा-पीटा, हमारे पति भी गांववालों के साथ थे लेकिन उन्हें झूठा फंसाया गया है.”घटनास्थल से कुछ दूर रहने वाली रामकली दावा करती हैं, “उस दिन रात में शोरगुल सुन कर मैं भी वहां पहुंची. वहां गांव के काफ़ी लोग जमा थे. नरेश पासी घर की दीवार काटकर संदूक बाहर निकाल रहा था तभी खट-पट की आवाज़ सुनकर सब उठे और उसे पकड़ लिया.”रामकली के परिवार से ताल्लुक रखने वाले अर्जुन लोधी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.हालांकि जिस ईंट की दीवार को काट कर संदूक निकालने का दावा लोधी जाति से जुड़े लोग कर रहे हैं वह जगह इतनी बड़ी नहीं है कि उससे संदूक निकाला जा सके.ग्राम प्रधान नरेंद्र सिंह लोधी ने बताया, “नरेश पासी को चोरी करते हुए पकड़ा था. वह पहले कई बार लोगों के घर से चना, लाही और गेहूं चोरी करता पकड़ा गया था. इस बार लोग काफी गुस्से में थे. कुछ लोग नशे में भी थे.”हालांकि पुलिस का कहना है कि पुलिस रिकॉर्ड में नरेश पासी के नाम पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है.सरकारी योजनाओं का नहीं मिला लाभइमेज स्रोत, @NareshUttamSPइमेज कैप्शन, समाजवादी पार्टी के नरेश उत्तम पटेल इलाक़े के सांसद हैं (फ़ाइल फ़ोटो)नरेश पासी का परिवार पांच लोगों का है. इस परिवार को उज्ज्वला योजना के एक गैस सिलेंडर के अलावा किसी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला है.नरेश का कहना है कि बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया है लेकिन अभी तक बिजली पहुंची नहीं है. अनीता देवी अपना मोबाइल दूसरे गांव में चार्ज करने जाती हैं.अनीता देवी कहती हैं, “हमें आज तक किसी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला. न शौचालय मिला और न हैंडपंप मिला. हम आधा किलोमीटर दूर से पानी लाते हैं और मोबाइल दूसरे गांव में चार्ज करते हैं. कर्ज पर ट्रैक्टर लिया है लेकिन अब इसे कौन चलाएगा? हम कर्ज कैसे चुकाएंगे?”नरेश पासी सरकारी लाभ न मिलने के पीछे आरोप लगाते हैं, “हमें एक आवास तक नहीं मिला है. गांव का प्रधान लोधी है और हम दलित हैं इसलिए हमें कोई सरकारी लाभ नहीं देते हैं.”हालांकि ग्राम प्रधान नरेंद्र सिंह लोधी सरकारी लाभ न मिलने के लिए पूर्व प्रधान और नरेश पासी को दोषी ठहराते हैं.नरेंद्र सिंह बीबीसी से कहते हैं, “पूर्व प्रधान ने कोई सरकारी लाभ नहीं दिया होगा, इसलिए नहीं मिला. नरेश पासी जंगल में बसे हैं वहां क्या लाभ मिलेगा? हर घर नल जल योजना उनके घर के पास तक पहुंच गई है उन्होंने कनेक्शन नहीं लिया होगा. बाकी जहां तक रही आवास की बात तो नरेश पासी ने कभी कोशिश ही नहीं की.”क्या कहते हैं आंकड़े?उत्तर प्रदेश में दलितों पर अत्याचार के मामले में लगातार बढ़ोतरी देखी गई है.राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के अनुसार अनुसूचित जाति के लोगों पर होने वाले अपराधों की संख्या बढ़ी है.उत्तर प्रदेश में साल 2022 में अनुसूचित जातियों के ख़िलाफ़ अपराध के 15,368 मामले दर्ज किए गए, जो अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक है.एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार साल 2020 में अनुसूचित जातियों के ख़िलाफ़ अपराध के 12,714 मामले और साल 2021 में 13,146 मामले दर्ज हुए थे.



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