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रवींद्र जडेजा ने सिर्फ़ तीन दिन में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ कैसे लिख दी जीत की पटकथा



इमेज स्रोत, Getty Imagesइमेज कैप्शन, रवींद्र जडेजा ने वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ शतक लगाया और चार विकेट लिए4 अक्टूबर 2025″कुछ साल पहले मैं नंबर 8 और 9 पर बल्लेबाज़ी करता था, लेकिन अब मुझे नंबर 6 पर जगह मिली है. मुझे ख़ुद को तैयार करने का समय मिलता है और मैं अपनी पारी को गति दे सकता हूं.”वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ टेस्ट सिरीज़ का पहला मैच जीतने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को जब ‘प्लेयर ऑफ़ द मैच’ चुना गया तब उन्होंने यह बात कही. जडेजा को यह अवॉर्ड शतक (104*) के अलावा चार विकेट चटकाने के लिए मिला.इस अवॉर्ड के साथ जडेजा भारत में खेले गए टेस्ट मैचों में सबसे ज़्यादा ‘प्लेयर ऑफ़ द मैच’ लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों की लिस्ट में टॉप पर आ गए हैं. उन्हें अब तक 10 बार ये ख़िताब मिल चुका है.भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच शुरू हुआ पहला टेस्ट मैच सोमवार को ख़त्म होना था लेकिन वेस्टइंडीज़ की टीम सिर्फ़ तीन दिन के अंदर दो बार ऑल आउट हो गई और मुक़ाबला शनिवार को ही ख़त्म हो गया. भारत एक पारी और 140 रनों के अंतर से जीत गया.अहमदाबाद में खेले गए इस टेस्ट मैच में भारत ने वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ तीसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज की है. साल 2018 में राजकोट टेस्ट में भारत ने वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ पारी और 272 रनों से जीत दर्ज की थी. यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारत की वेस्टइंडीज़ पर सबसे बड़ी जीत है.इमेज स्रोत, Getty Imagesजीत के हीरो जडेजागेंदबाज़ी हो, बल्लेबाज़ी या फ़ील्डिंग, जडेजा ने हर डिपार्टमेंट में अपने शानदार प्रदर्शन से जीत में अहम भूमिका निभाई.बात गेंदबाज़ी की करें, तो वेस्ट इंडीज़ की दूसरी पारी में जडेजा ने अपनी स्पिन गेंदों से बल्लेबाज़ों को ख़ासा परेशान किया. उन्होंने 13 ओवर डाले और चार विकेट निकाले.बल्लेबाज़ी में भारत ने जब 218 रनों पर चार विकेट गंवा दिए थे तब जडेजा ने ध्रुव जुरेल के साथ मिलकर पारी को संभाला. जडेजा ने अपने करियर का छठा शतक लगाया और अंत तक नाबाद रहे. दिलचस्प यह है कि साल 2018 में जडेजा ने अपने टेस्ट करियर का पहला शतक भी वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ लगाया था.भारत में वेस्टइंडीज के खिलाफ चल रही सिरीज़ के पहले मैच में शानदार प्रदर्शन करके जडेजा ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह क्यों भारत के बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक हैं.दरअसल, जडेजा ने टी20 और वनडे क्रिकेट में डेब्यू के तीन साल बाद टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था. फिर भी, उन्होंने क्रिकेट के इस फ़ॉर्मेट में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है.जडेजा ने 86 टेस्ट मैच (2025 में अहमदाबाद टेस्ट तक) खेले हैं. इन 86 टेस्ट मैचों में जडेजा ने 3 हज़ार 990 रन बनाए हैं. इसमें 6 शतक और 27 अर्धशतक शामिल हैं.इस दौरान उन्होंने 334 विकेट भी लिए हैं. जडेजा टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज़ों की सूची में पांचवें नंबर पर हैं.इमेज स्रोत, Getty Imagesइमेज कैप्शन, ऋषभ पंत की जगह ध्रुव जुरेल को प्लेइंग इलेवन में जगह मिली और उन्होंने इस मौक़े का फ़ायदा उठाते हुए टेस्ट करियर का पहला शतक लगायाराहुल, जुरेल और सिराज के दम पर भारत मज़बूतरवींद्र जडेजा के अलावा टीम इंडिया के तीन खिलाड़ियों- केएल राहुल, ध्रुव जुरेल और मोहम्मद सिराज ने अपने प्रदर्शन से मैच का रुख़ तय करने में अहम भूमिका निभाई.सलामी बल्लेबाज़ों यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने अच्छी शुरुआत दी. 68 रन पर जायसवाल के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा और थोड़ी देर बाद सिर्फ़ सात रनों के स्कोर पर साई सुदर्शन भी पवेलियन लौट गए. उस समय भारत का स्कोर दो विकेट के नुकसान पर नब्बे रन था.शुरुआती झटकों के बाद राहुल ने क्रीज़ पर टिककर धैर्य के साथ रन जोड़े और साझेदारी बनाई. उनकी पारी ने निचले क्रम के बल्लेबाज़ों को आत्मविश्वास दिया और भारत पहली पारी में पांच विकेट खोकर 448 रनों तक पहुंचा.इंग्लैंड सिरीज़ के दौरान ऋषभ पंत को लगी चोट की वजह से ध्रुव जुरेल को वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ टेस्ट सिरीज़ के लिए प्लेइंग इलेवन जगह मिल गई थी. जुरेल ने इस मौके़ का पूरा फ़ायदा उठाते हुए शुक्रवार को अहमदाबाद में दूसरे दिन अपना पहला टेस्ट शतक जड़ दिया. अपनी 125 रनों की पारी में उन्होंने 15 चौके और तीन छक्के लगाए. विकेट के पीछे भी जुरेल का प्रदर्शन अच्छा रहा. उन्होंने कुल चार कैच लिए.जुरेल ने अब तक सिर्फ़ पांच टेस्ट मैच खेले हैं. उन्होंने माना कि पिछले एक साल से ज़्यादातर समय बेंच पर बैठने के बावजूद उन्होंने ख़ुद को प्रेरित रखने के तरीके खोज लिए हैं.उन्होंने कहा, “मैं बस अपनी दिनचर्या पर कायम रहता हूं, जिम जाता हूं. जो कर सकता हूं, वही करता हूं- बल्लेबाज़ी के साथ विकेटकीपिंग की प्रैक्टिस और अनुशासन बनाए रखना. कभी-कभी दिमाग़ में आता है, ‘कुछ हो नहीं रहा, क्या चल रहा है?’ लेकिन मैं कोशिश करता हूँ कि खुद को मोटिवेट रख सकूं और मेहनत करता रहूं.”तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज ने गेंद से कमाल दिखाया. पिच से सीम मूवमेंट का पूरा फायदा उठाते हुए उन्होंने वेस्टइंडीज़ के टॉप ऑर्डर को झकझोर दिया. मैच में सिराज ने कुल सात विकेट निकाले. उनकी आक्रामक गेंदबाज़ी और निरंतरता ने भारत को बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई.इमेज स्रोत, Getty Imagesइमेज कैप्शन, एलिक एथनाज़ ने वेस्ट इंडीज़ दूसरी पारी में सबसे ज़्यादा 38 रन बनाएमेहमान टीम के सिर्फ़ दो खिलाड़ी 30 के पार पहुंचेदो टेस्ट मैचों की सिरीज़ के पहले मुक़ाबले में भारतीय टीम को मज़बूत माना जा रहा था और मैदान पर भी कुछ ऐसा ही हुआ.टॉस जीतकर बल्लेबाज़ी करने उतरी मेहमान वेस्टइंडीज़ की शुरुआत अच्छी नहीं रही और महज़ 42 रन पर चार बल्लेबाज़ पवेलियन लौट गए. ये चार बल्लेबाज़ थे- तेजनारायण चंद्रपॉल (0), जॉन कैंपबेल (8), ब्रैंडन किंग (13) और एलिक एथनाज़ (12).शुरुआती चार में तीन विकेट अकेले तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज ने झटके और वेस्टइंडीज़ के टॉप ऑर्डर को बिखेरकर रख दिया.इसके बाद कप्तान रॉस्टन चेस (24) और विकेटकीपर बल्लेबाज़ शे होप (26) ने पारी को संभाला. इस जोड़ी को स्पिनर कुलदीप यादव ने तोड़ा. उन्होंने शे होप को क्लीन बोल्ड किया था. फिर कैरेबियाई टीम के नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे और पूरी टीम 44.1 ओवरों में सिर्फ़ 162 रन पर सिमट गई.वेस्टइंडीज़ के लिए सबसे ज़्यादा 32 रन जस्टिन ग्रीव्स ने बनाए और भारत की तरफ़ से सिराज ने सबसे ज़्यादा चार विकेट और जसप्रीत बुमराह ने तीन विकेट लिए.इसके बाद भारतीय टीम ने पहली पारी 448 रन पर घोषित की. टीम को पहली पारी के आधार पर 286 रन की बढ़त मिली.शनिवार को दूसरी पारी में भी वेस्टइंडीज़ का ख़राब प्रदर्शन जारी रहा और टीम पूरा एक दिन भी नहीं खेल पाई. वेस्टइंडीज़ की दूसरी पारी 146 रनों पर सिमट गई. भारतीय गेंदबाज़ी के आगे कैरेबियाई टीम बेबस नज़र आई. एलिक एथनाज़ (38) और जस्टिन ग्रीव्स (25) ने संघर्ष किया लेकिन यह हार टालने के लिए पर्याप्त नहीं था.दूसरी पारी में रवींद्र जडेजा ने चार विकेट और सिराज ने तीन विकेट लिए. इसके अलावा कुलदीप यादव ने दो और वॉशिंगटन सुंदर ने एक विकेट लिया.वेस्टइंडीज़ ने पहले दिन दो सेशन में 10 विकेट गंवा दिए. टीम के लिए तीसरे दिन की कहानी भी ऐसी रही. सिर्फ़ दो खिलाड़ी दोनों पारी में 30 रन के पार पहुंच पाए. एक पारी के आधार पर केवल दो खिलाड़ियों- एलिक एथनाज़ और जस्टिस ग्रीव्स ने 50 या उससे ज़्यादा गेंदों का सामना किया. दोनों पारियों को मिलाकर सिर्फ़ एक खिलाड़ी जस्टिन ग्रीव्स ने 100 गेंदें खेलीं.सिरीज़ का दूसरा मुक़ाबला 10-14 अक्टूबर तक दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जाएगा.बीबीसी हिन्दी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित



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